Wednesday, 22 August 2018

Dhanurasana / धनुरासन



धनुरासन किसे कहते है (What is Dhanurasana )

धनुरासन जमीन पर पेट के बल किया जाने वाला योगासन है | इस आसन में पेट के बल लेटकर दोनों हाथो से पीछे की ओर अपने दोनों पैरो को पकड़कर शरीर को उठाना होता है | यह आसन करते समय शरीर का आकार धनुष की तरह लगता है इसलिए इसे धनुरासन कहा जाता है |

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धनुरासन के फायदे (Benefit of Dhanurasana )

  • कब्ज को खत्म करता है |
  • मोटापा कम करता है |
  • शरीर के जोड़ो को मजबूत बनाता है |
  • पाचन शक्ति को तीव्र बनाता है |
  • मधुमेह के रोग में बहुत लाभ पहुँचाता है |
  • अस्थमा के रोगियों के लिये बहुत लाभदायक आसन है |
  • कमर दर्द से छुटकारा दिलाता है |
  • छाती, फेफड़े और गर्दन को पुष्ट और क्रियाशील बनता है |
  • चहरे पर चमक बढाता है |
  • माहिलाओं के लिए बहुत लाभदायक आसन है | 
 
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धनुरासन करने की विधि (Method for Dhanurasana)

इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेट जाये | अब अपने दोनों हाथो को दोनों बगलों में फेला दे | फिर पैरो को घुटनों पर से पीछे की ओर मोड़े | अब गहरी साँस लेते हुए दोनों हाथो से पैरो को कसकर पकड़ ले | साँस को रोखकर पेरो से पीछे की ओर खिचे | दोनों टखनों अथवा पेरो के अंगूठो को दोनों हाथो से पकडे ही पेरो को जितना पीछे की ओर लेजा सके लेजाए | हाथ बिलकुल सीधी तनी रहनी चाहिए | इस प्रकार आपके पेट पर ही पुरे शरीर का दवाब बढेगा और आप धनुरासन की स्थिति में आ जायेंगे | इस स्थिति में 5 से 6 रहें | फिर धीरे धीरे साँस को छोड़ते हुए जमीन पर लोटें | अब पेरो को जमीन  पर आने दे तथा हाथो को शरीर के दोनों ओर फर्स पर ले जाकर आराम करे | ठोड़ी देर आराम के बाद इसे फिर से करे | इस आसन को पहेले दो बार फिर चार बार तक कर सकते है |

धनुरासन के लिए सावधानी (Precaution for Dhanurasana )

यह आसन शुरू में थोडा कठिन लगता है | मोटे लोगो के लिए तो यह आसन करने में बहुत परेशानी होती है | लेकिन निरंतर प्रयास करते रहने से आसान हो जाता है | शुरू में इस आसन को सिर्फ एक या दो बार ही करे | बाद में बढ़ाते हुए पांच बार तक कर सकते है | बीमार होने पर यह आसन नहीं करना चाहिए | जिनको पथरी की शिकायत है, उन्हें भी यह आसन नहीं करना चाहिए |           

धनुरासन के लिए विशेष बात (Important topic for Dhanurasana)

इस आसन के साथ कुम्भक नही किया जा सकता है और संतुलन बनाये रखकर आगे पीछे लुढ़कने की क्रिया भी कर सकते है |  




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