Tuesday, 16 October 2018

Vajrasana in hindi, वज्रासन


वज्रासन (Vajrasana)



वज्रासन किसे कहते है ( What is Vajrasana )

वज्रासन पैरो के बल किया जाने वाला योगासन है | इस आसन में अपने दोनों पैरो को खुटने से पीछे की ओर मोड़कर बेठा जाता है | सब योगासनों में एक ये आसन ही ऐसा आसन है जिसे भोजन करने के तुरंत बाद भी किया जा सकता है | खाना खाने के बाद इस आसन को करने से खाना अच्छे से हजम हो जाता है | इस आसन को दिन में कभी भी कर सकते है |
 
   ( इसे भी देखें : धनुरासन के फायदे ) 

वज्रासन के फायदे ( Benefit of Vajrasana  )

  • इस आसन से ध्यान को एकाग्र करने में सहायता मिलती है |
  • यह आसन मानसिक तनाव को दूर करता है |
  • इससे वजन कम करने में सहायता मिलती है |
  • यह पेट की परेशानियों को दूर करता है |
  • यह पाचन शक्ति को बढाता है |
  • इस आसन से गैस, कब्ज अपच दूर होते है |
  • शरीर में रक्त का संचार ठीक रहता है |
  • यह आसन रक्तचाप की बीमारी दूर हो जाती है |
  • यह अतिसार, पीठ दर्द और और छाती के कष्टों को दूर करता है |
  • वृद्धावस्था की शिथिलता को रोकता है |
  • साईटिका रोग में भी लाभकारी है |
  • इससे मानसिक निराशा तथा स्मरण शक्ति खत्म होती है |

    ( इसे भी देखे : भुजंगासन के फायदे )

वज्रासन करने की विधि ( Method of Vajrasana )

वज्रासन को करने के लिए किसी समतल जगह बेठ जाये फिर सबसे पहले अपने दोनों पेरो के घुटने मोडकर पीछे की ओर ले जाये | उनके तलवे आकाश की ओर उठे रहे | पैर का दांया अंगूठा बांये पैर के तलवे पर रहे और दोनों एडियाँ गुदा के नीचे रहे | घुटने बराबर मिले रहें | कमर का उपरी भाग तना रहे तथा गर्दन भी सीधी रहे | दोनों हाथो को दोनों घुटनों पर जमा लें | हाथो की उँगलियाँ भी मिली रहनी चाहिए | इस आसन को अधिक से अधिक 15 तक करे | इस आसन से ध्यान को एकाग्र करने में सहायता मिलती है| आसन को खाने के तुरंत बाद भी किया जा सकता है| यह पाचन शक्ति को बढाता है |  

     ( इसे भी देखें : शीर्षासन के फायदे )

वज्रासन के लिए सावधानी  ( Precaution for Vajrasana )

  • इस आसन को शांत जगह और शांत होकर करे |
  • अधिक ध्वनि वाली जगह पर बैठकर इस आसन को नहीं करना चाहिए |
  • आसन को जल्दबाजी में न करे |
  • खुली हवा में इस आसन को करने से जादा लाभ होता है |
  • अगर आपके पैरो का किसी भी तरह का कोई ऑपरेशन हुआ हो तो इस आसन को न करे |
  • इस आसन को करने से अगर शरीर में कोई दर्द होतो हो तो इसे न करे |
  • अगर तबियत ख़राब हो तो भी यह आसन न करें |

वज्रासन के लिए विशेष बातें (Important topic for Vajrasana)

शुरूआत में वज्रासन को 3 से 5 मिनट तक ही करना चाहिए | बाद में इसे बढाकर 15 मिनट तक किया जा सकता है | वज्रासन को करते समय पीठ, गर्दन और सिर को एकदम सीधा रखना चाहिए और अपने दोनों हाथों को दोनों घुटनों पर रखें | वज्रासन को करने में मोटे लोगों को शुरू में कुछ कठिनाई होती है मगर इस आसन का रोज अभ्यास करते रहने से बाद में उन्हें सफलता मिल जाती है |   



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