कोलेस्ट्रोल के लिए योग
कोलेस्ट्रोल की समस्या ख़राब
जीवनशेली के वजह से होती है | तली हुई चीजे जेसे पराठा, पूरी, कचोड़ी, पकोड़ी, रोटी
पर घी अधिक खाने से कोलेस्ट्रोल बड जाता है | कोलेस्ट्रोल की परेशानी अधिकतर मोटे
लोगो को होती है इससे कोलेस्ट्रोल को सही रखने के लिए अपने वजन को सही रखना चाहिए
| कोलेस्ट्रोल कम रखने के लिए योग करें | योग करने से कोलेस्ट्रोल नहीं बढेगा |
यहाँ में आपको कुछ योग के बारे में बताने जा रहा हूँ जिससे कोलेस्ट्रोल कण्ट्रोल में
रहेगा |
पश्चिमोत्तानासना ( Paschimottanasana )
यह आसन सभी के लिए फायदेमंद
है | इसे कोई भी कर सकता है | यह मोटापे को कम करता है | इस योग से बड़ा पेट अंदर
हो जाता है | इसे बड़े हुए कोलेस्ट्रोल को कम करने में बहुत मदद मिलती है | इसको
करते रहने से बुढ़ापा जल्दी नहीं आता है और सर्दी, खांसी, कब्ज नहीं होते है | शरीर
स्वस्थ ओर निरोग रहता है | इसे करने के लिए पैरो को सीधा करके बेठ जाये | अब झुककर
अपने दोनों हाथो से पैरो के अंगूठे को पकड़ने की कोशिश करनी चाहिए |
शलभासन ( Shalabhasana )
यह आसन शुरू में
थोडा कठिन लगता है मगर इसका अभ्यास करते रहने से यह बाद में आसानी से हो जाता है |
इस आसन के बहुत लाभ है | यह रक्त संचार को ठीक रखता है | कोलेस्ट्रोल में इस आसन से
पूरा लाभ मिलता है | इस आसन को करने के लिए जमीन पर पेट के बल लेट जाए | अब अपने
दोनों हाथों को फेला दें | अपने पूरे शरीर का भार अपने हाथो पर उठाकर अब दोनों
पैरो को कड़ा करके एक साथ जितना उपर की ओर उठा सके उठायें | पैरो को एकदम कड़ा बनाये
रखे और घुटनों को न मोड़े | इस स्थिति में साँस रोखे रहें | इस आसन को चार से पांच
बार तक कर सकते है |
अर्द्ध मत्स्येन्द्रासन (Ardha Matsyendrasana )
इस आसन से पेट, पीठ, हाथ,
पैर, गर्दन, कमर और छाती को बहुत लाभ पहुँचाता है| इस आसन से कोलेस्ट्रोल की
समस्या खत्म हो जाती है | इस आसन को करने से युवावस्था बनी रहती है और बुढ़ापा
जल्दी नहीं आता है | इस आसन को करने के लिए दोनों पैरो को फैलाकर बैठ जाएं | फिर
बाँयें पैर को मोडकर दाँयें पैर के बाहर, जांघ से सटकर रखे और दाँये पैर को मोड़कर,
अपनी गुदा के नीचे रखे | अब बाँए घुटने की टेक लगाते हुए, दांये कंधे को अड़ाकर,
दांये हाथ से बांये पैर का अंगूठा पकड़े और बांये हाथ को पीठे के पीछे की ओर घुमाकर
रखे | सिर को बांयी ओर ठोड़ी तथा कंधे की सीध में और छाती को तना हुआ सीधा रखना
चहिये |
सर्वागासन ( Sarvangasana )
यह आसन शरीर को
बहुत लाभ देने वाला आसन है | इस आसन से हर प्रकार का तनाव और थकान की शिकयत खत्म
हो जाती है | पुराणी कब्ज, सिर दर्द, आँखों, गला और जिगर के सभी रोग दूर हो जाते
है | इस आसन से कोलेस्ट्रोल के मरीज को बहुत फायदा होता है | इस आसन में पीठ के बल सीधे लेट जाये | अब दोनों
पेरो को एक साथ उपर उठाये | जब तक पैर ऊपर को उठाये जब तक वो सीधे ना हो जाये | तब
तक साँस लेने की क्रिया भी पूरी हो जानी चाहिए | अब साँस को छोड़ना और दोनों पेरो
को एक साथ आकाश की ओर ऊपर उठाना शुरू करें | साँस छोड़ने की क्रिया समाप्त होने तक
यह क्रिया भी पूरी हो जनि चाहिए | पेरो को उपर उठाते समय अपनी दोनों हथेलियों को
कूल्हों के नीचे लाकर, शरीर को ऊपर उठाने में दोनों हाथो का सहारा देना चाहिए तथा
उन्हें शरीर का भार सहन करने का आधार बनाना चाहिए | जितना अधिक हो सके उतना शरीर
को ऊँचा उठाये | आखिर में आपका शरीर कन्धो पर स्थिर टिका रहना चाहिए तथा ठोड़ी सीने
से सटी होनी चाहिए | हथेलियाँ पीठ पर, कंधो के पास और कोहनियाँ तथा बाँहे भमि पर
टिकी रहनी चाहिए| दोनों पैर तने हुए और सटे हुए तथा कड़े रहें | दोनों एडियाँ भी
सटी रहें | पैर के अंगूठे आकाश की ओर रहे | शरीर को स्थिर बनाये रहे तथा इस स्थति
में 30 सेकंड तक रहते हुए
साँस लेते और छोड़ते रहे | आगे चलकर आप इस आसन को तीन मिनट तक कर सकते है |
चक्रासन ( Chakrasana )
इस आसन से पेट की
परेशानियाँ दूर होती है | छाती छोड़ी होती है और कमर पतली बनती है | इससे हाथ और
पैरो की मांसपेशियाँ मजबूत बनती है | शरीर की चर्बी खत्म होती है | यह आसन कद को
लम्बा करने में बहुत सहायक है | चक्रासन को करने के लिए सबसे पहले एकदम सीधे खड़े
हो जाये | अब दोनों हाथों को ऊपर उठाते हुए पीछे पीछे की ओर झुकने की कोशिश करें |
पीछे की ओर इतना झुकें की हाथ जमीन को छुलें | इस स्थिति में कुछ सेकंड तक अपनी
साँस को रोखकर रखें | अब साँस को छोड़ते हुए सीधे खड़े हो जाये | इस आसन को पांच बार
तक कर सकते है |
वज्रासन ( Vajrasana )
यह आसन पीठ के दर्द और छाती के
कष्टों को दूर करता है | इससे ध्यान को एकाग्र करने में सहायता मिलती है | इसे
खाना खाने के बाद भी किया जा सकता है | यह पाचन शक्ति को बढाता है और खाने को ठीक
से हजम कराता है | इसे करने के लिए दोनों पैरो को पीछे की ओर मोडकर पैरो पर बेठ
जाएं कमर सीधी रखे और गर्दन भी सीधी रहनी चाहिए | दोनों हाथो को दोनों घुटनों पर
रख लें | शुरू में यह आसन 5
मिनट तक करे | फिर इसे बढ़ाते हुए 15 मिनट
तक कर सकते है |
कपालभाती ( Kapalbhati )
यह आसन पेट के
लिए बहुत लाभकारी है | इससे अपच, कब्ज, भूख कम लगना, पेट में गेस की शिकायत खत्म
हो जाती है | यह आसन करने से कोलेस्ट्रोल ठीक रहता है | कपालभाती करने के लिए फर्स
पर पालती मारकर पैरो को एक दुसरे पर चड़ाकर बिलकुल सीधे होकर बेठ जाए | अब नाक से साँस
इतना खीचे कि पेट फूल जाए और फिर साँस इतना छोड़े की पेट अंदर को घुस जाए | इस आसन
को 20 बार तक कर सकते है |
A very awesomely written blog for the upcoming yoga day
ReplyDeleteThanks u so much
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